बुधवार, 26 फ़रवरी 2014

 मैरवा में हरेराम बाबा स्थान 

                                   हमारे परिवार में यज्ञोपवीत  कराने के लिए मैरवा में हरेराम बाबा का स्थान नियत है । आज से लगभग पैतालीस वर्ष पहले मैं बाबा के स्थान पर गया था । उसके बाद बाबा के स्थान पर विशेष रूप से दर्शन हेतु जाने का सौभाग्य नहीं मिल पाया था । लेकिन अनूप का जनेऊ (यज्ञोपवीत ) वहीं होना नियत होने से दर्शन लाभ मिलने की उम्मीद पूरी थी । बेटे के जनेऊ के अवसर पर यह ईच्छा पूरी हुई । जनेऊ के अवसर पर गांव एवं कुटुम्ब के सभी आत्मीयजनों का स्नेह एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ । 
                                जनेऊ में पंडित जी का दायित्व विनोद जी ने निभाया । ठाकुर (नाऊ) का कर्तव्य सदा स्नेही एवं सहयोगी फुलेना ने पूर्ण किया । समस्त व्यवस्था को मैनेज करने का कार्य उमेश जी , उनकी पत्नी, पुत्र एवं पुत्री ने बखूबी निभाया । गांव से श्री उमेश मिश्र , श्री हरि ओम मिश्र ,श्री विवेक दुबे , श्री अवधेश दुबे,श्री दीप नारायण तिवारी , श्री रवींदर मिश्रा, श्री मोहित शामिल हुए । सम्बन्धियों में परिवार की लड़कियां आरती , अमरावती ,  सुमन एवं उनका परिवार तथा मीना शामिल हुई  । संयोग से मेरे पत्नी की बड़ी बहन जी भी आशीर्वाद देने मय संचित एवं सुप्रिया शामिल हुई । परिवार के गिरिजा भैया भी सपत्नीक एवं पुत्र संतोष के साथ गोरखपुर से सर्दी एवं शारीरिक कष्ट को झेलते हुए शामिल हुए । हमारे टोले के सभी आत्मीय एवं स्नेहीजन का मेरी माता जी के सम्बन्धों के कारण मुझे भी उसका लाभ मिला। इसी  के कारण टोले की सभी महिलायें आशीर्वाद देने के लिए इसमें शामिल हुई ।  मन को बहुत अच्छा लगा । हालांकि यह सही है कि मैं स्वयं किसी के किसी भी इस स्नेह एवं आत्मीयता को उसी रूप में निभाने की स्थिति में नहीं हूँ जिसका मुझे तकलीफ है । प्रभु की इच्छा सर्वोपरि मानने के अलावा मेरे पास अन्य विकल्प नहीं है । भगवान से सभी के लिए सुख समृद्धि की कामना करता हूँ । इस अवसर पर लिए गए कुछ तस्वीर यहाँ सभी के साथ बांटने के लिए प्रस्तुत है । 


यज्ञोपवीत की वेदी पर हवन करते हुए 


अनूप को जनेऊ पहनाते हुए 


जनेऊ के बाद हरे राम बाबा की पूजा करते हुए 


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