शनिवार, 27 अक्तूबर 2018

बहुत समय के बाद आज मैं अपने ब्लॉग पर आया हूँ | समयाभाव के  कारण लिखने के लिए मन में बहुत कुछ संजोये होने के बावजूद उदगार शब्दों का रूप नहीं ले पाते है | इसकी मन में कसक रहती है | यह भी ईच्छा होती है की देश के सुदूर अंचलों का भ्रमण किया जाय तथा वहां की जीवन पद्धति से रूबरू होकर अपने को विस्तारित किया जाय | देखे भगवान कब तक इसे सार्थक बनाते हैं |
इस क्रम में मैंने यात्रा सम्बन्धी अनेकों ब्लॉग भी पढ़े | जानकारी भी जुटाई | इसी दिशा में अनुभव बढ़ाने की इच्छा भी जाग्रत हुई है | इसके फलित होने की उत्कंठा पाले हुए हूँ |