गुरुवार, 7 अगस्त 2014

जोधपुर यात्रा- 

मेहरानगढ़ एवम जसवन्त थड़ा 

बहुत समय से पश्चिमी राजस्थान के दर्शनीय स्थलों को देखने की ईच्छा थी । परन्तु विभिन्न बाध्यताओं के कारण सफ़ल नहीं हो पा रहा था । बेटी के कारण जोधपुर जाने की बाध्यता होने से ही यह सम्भव हो पाया । बेटे को भी समय मिल जाने से पूरी इकाई का साथ मिल गया । लगा कि सभी को आनन्द आयेगा । जोधपुर का सर्वप्रमुख दर्शनीय स्थल मेहरान गढ़ का किला है । हम सबने देखा । उसके पास ही जसवन्त थड़ा है । बच्चे वहां तक आते-आते थक गये । अति खूबसूरत स्थान को भी देखने में उनके थकने के कारण आनन्द सीमित हो गया । यद्यपि मैं भी थक गया था परन्तु ऐसे अवसर दुर्लभ होने के कारण थकावट को इस पर हाबी नहीं होने देना चाहता था । इसकी कुछ झलकियों से आप को रुबरु करा रहा हूं । हो सकता है कि आप भी अपने को मानसिक रुप से जोध्पुर में पायें । 
                              सबसे ज्यादा धन्यवाद राजा को जिन्होंने इन स्थलों को व्यावसायिक रुप देकर तथा आधारभूत सुविधाओं का सृजन कराकर आम जन को इससे जोड़ा है । जोधपुर जैसे शहर में इससे बहुतों को रोजगार मिला है तथा शहर की खूबसूरती को चार चांद लग गया है ।     
मेहरान गढ़ किला के बाहर से लिया गया फोटो 



 जहां राजा का दरबार लगता था 
 राजा का शयन कक्ष (बेड )
 जनानी ड्योढ़ी 

किला के ऊपर स्थित तोप 


जसवंत थड़ा