रविवार, 1 जनवरी 2012

गत वर्ष का अंत तथा नए वर्ष का शुभारम्भ

 वर्ष २०११ का अंत हुआ तथा नए वर्ष की शुरुआत हुई | वर्षांत और वर्षारंभ का अपना अलग ही रोमांच होता है | इस वर्ष भी ऐसा ही हुआ | इस वर्ष की ख़ास बात यह रही  की वर्षांत शनिवार तथा वर्षारंभ रविवार को रहा जिससे सभी को समय की समस्या नहीं हुई | रही सही कसर बादल और वर्षा तथा तापमान की न्यूनता से सभी अपने - अपने घरों में दुबक कर रह गए | जिससे सभी को वर्षांत तथा वर्षारंभ का अहसास कुछ ज्यादा ही हुआ | सभी ने भरपूर लुत्फ उठाया | वर्षारंभ में इसमें और ज्यादा आनंद बढ़ गया जब डाक्टरों ने अपने हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया | मुझे इसमें और ज्यादा मजा आया क्योंकि मुझे बहुत दिनों के बाद इतना समय मिला | यूँ तो हमेशा वर्षांत और वर्षारंभ आता है परन्तु  फुर्सत का समय क्या होता है इसका पता इस बार कुछ ज्यादा हुआ |