शनिवार, 24 दिसंबर 2011

वर्षांत का आनंद

प्रत्येक वर्ष का अंत होता है तथा वर्षांत अपने बहुत कुछ समेटे रहता है|| कभी -कभी वर्षांत  की बेसब्री से इंतजारी रहती है तो कभी -कभी लगता है की जल्दी ही  इससे  छुटकारा  मिल  जाये तो अच्छा है| परन्तु वर्षांत निश्चित रूप से समय की इकाई के हिसाब से एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव के रूप अपना स्थान निश्चित कर लेता है| इसी दृष्टि से वर्ष २०११  अपना स्थान बना पाया है | खैर अपने जीवन में एक मुकाम और व्यतीत हुआ | भविष्य में देखे की इस वर्ष को किस रूप में याद किया जायेगा |

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