प्रत्येक वर्ष का अंत होता है तथा वर्षांत अपने बहुत कुछ समेटे रहता है|| कभी -कभी वर्षांत की बेसब्री से इंतजारी रहती है तो कभी -कभी लगता है की जल्दी ही इससे छुटकारा मिल जाये तो अच्छा है| परन्तु वर्षांत निश्चित रूप से समय की इकाई के हिसाब से एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव के रूप अपना स्थान निश्चित कर लेता है| इसी दृष्टि से वर्ष २०११ अपना स्थान बना पाया है | खैर अपने जीवन में एक मुकाम और व्यतीत हुआ | भविष्य में देखे की इस वर्ष को किस रूप में याद किया जायेगा |
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